पà¥à¤°à¤¿à¤¯ मितà¥à¤°à¥‹à¤‚, सà¥à¤¨à¥‡à¤¹à¤¾à¤à¤¿à¤µà¤¾à¤¦à¤¨à¥¤ कमल परिकà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° पदà¥à¤®à¤¾à¤ªà¥à¤°à¥€ छतà¥à¤¤à¥€à¤¸à¤—ढ़ के पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤— कहे जाने वाले राजिम, तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤£à¥€ संगम के समीप नवापारा में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ सेठफूलचंद अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ इस अंचल की 1994 से पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ है। हमारी संसà¥à¤¥à¤¾ दृढ़ संकलà¥à¤ª और पà¥à¤°à¥€ निषà¥à¤ ा के साथ हर कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में उनà¥à¤¨à¤¤ और समृधà¥à¤¦ बनाने के लिठसमरà¥à¤ªà¤£ à¤à¤¾à¤µ से मेहनत कर रहें है। वहीं इनकी सारी सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं के साथ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥€à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• à¤à¤µà¤‚ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ आपको उचà¥à¤š से उचà¥à¤šà¤¤à¤° शिकà¥à¤·à¤¾ के माधà¥à¤¯à¤® से बेहतर बनाने के लिठहमेषा ततà¥à¤ªà¤° रहते है। यह महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठसे ही गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ पूरà¥à¤£ उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ का लकà¥à¤·à¥à¤¯ लेकर सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ वातावरण देने का अनà¥à¤•à¤°à¤£à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया है, जिससे विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में आधारà¤à¥‚त मानवीय गà¥à¤£à¥‹à¤‚ के विकास तथा आधà¥à¤¨à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤ªà¤°à¥à¤§à¤¾ के इस यà¥à¤— में टिकने की कला सिखाने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ है। शिकà¥à¤·à¤¾ से आप शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ ही नहीं होते बलà¥à¤•à¤¿ आपका संपूरà¥à¤£ विकास होता है। हमारे महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤‚गण में सà¥à¤µà¤šà¥à¤› वातावरण के साथ रहें। आपके उजà¥à¤œà¥à¤µà¤² à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ की कामना के साथ ...................................... आपका मनमोहन अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤²